हापुड़, मई 11 -- अहिंसा के मार्ग पर चलते हुए जीवों पर दया और गरीब निराश्रितों की सहायता करने वालों पर ईश्वर की सदा कृपा बरसती है, जो सुख शांति के पात्र बनकर कष्टों से दूर रहते हैं। पौराणिक गढ़ गंगानगरी में महावीर चौक के पास जैन मुनि नरेंद्र महाराज का तीन दिवसीय प्रवास रविवार की सुबह संपन्न हो गया। अंतिम दिन प्रवचन करते हुए जैन मुनि ने सत्य और अहिंसा के मार्ग को सर्वश्रेष्ठ बताते हुए जीवों पर दया और परोपकार करने का संदेश दिया। जैन मुनि ने कहा कि मनुष्य के जीवन में संयम, अहिंसा, तप और दया का आज भी उतना ही महत्व है, जितना आदि काल में माना जाता था। क्योंकि जीवों पर दया, आपसी प्रेम और परोपकार की भावना मनुष्य को जल, नभ, थल में विचरण करने वाले अन्य जीवों से श्रेष्ठ बनाती है। इसलिए हमें मानव यौनि में जन्म मिलने का भरपूर लाभ उठाना चाहिए। नरेंद्र म...