मुजफ्फरपुर, सितम्बर 3 -- मुजफ्फरपुर, हिन्दुस्तान प्रतिनिधि। मोतीझील स्थित श्री दिगंबर जैन मंदिर में पर्वराज पर्युषण पर दशलक्षण महापर्व का आयोजन हो रहा है। मंगलवार की सुबह भगवान महावीर स्वामी का महाअभिषेक, शांतिधारा व महापूजा की गई। दशलक्षण पर्व के छठे दिन धूप दशमी के रूप में मना। इसमें उत्तम संयम धर्म की विशेष पूजा-अर्चना हुई। मंदिर कमेटी के नरेन्द्र जैन ने बताया कि जिनागम के अनुसार पांच महाव्रतों का धारण, पांच समितियों का पालन, चार कषायों का निर्ग्रह, तीन दंडों का त्याग और पांच इंद्रियों की विजय को संयम कहा गया है। संयम ही आत्मा का हितकारी धर्म है। संयमी पुरुष लोक और परलोक दोनों में वंदनीय होता है तथा पाप बंधन से मुक्त रहता है। असंयमी जीव प्राणघात और विषयासक्ति के कारण अशुभ कर्मों का बंध करता है और दुःख भोगता है। अतः संयम धर्म ही आत्मकल्...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.