सुपौल, अगस्त 27 -- प्रतापगंज, निजप्रतिनिधि जैनधर्मावलम्बियों का आठ दिनों तक चलने वाला महापर्व पर्यूषण का अंतिम दिन बुधवार को संवत्सरी के रूप में मनाया जायेगा। इस आशय की जानकारी देते हुए धर्म संघ के अनुयायी महेंद्र वैद ने बताया कि संवत्सरी जैनधर्म के पर्युषण पर्व का अंतिम और महत्वपूर्ण दिन होता है। यह दिन जैन सम्प्रदाय में आत्म निरीक्षण, व्रत, निराहार 24 घंटे का उपवास, ध्यान और दानपुण्य के माध्यम से आध्यात्मिक शुद्धि पर केंद्रित होता है। संवत्सरी का अर्थ है वार्षिक दिवस या क्षमा दिवस। इस दिन जैनधर्मावलंबी मन वचन और काया से हुई किसी भी क्षति या हानि के लिए सभी जीवों से क्षमा याचना करते हैं। यह दिन गहरे पश्चाताप और शुद्धि का प्रतीक है। जो आत्म चिंतन और आंतरिक शांति की ओर ले जाता है। इस पवत्रि शुभ अवसर पर जैन अनुयायी ' मच्छिामि दुक्कडम्' कह क...