प्रयागराज, जून 25 -- प्रयागराज। आपातकाल का दंश झेल चुके लोग आज भी वो मंजर याद कर कांप जाते हैं। छोटी-छोटी बातों पर राजनीतिक गिरफ्तारियां इतनी हुईं कि नैनी स्थित केंद्रीय कारागार में एक समय में एक हजार से अधिक नेता बंद थे। स्थिति यह थी कि जेल में बीमार पड़ने पर बाहर उपचार का प्रबंध तक नहीं था। यही कारण था कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय के शिक्षक डॉ. सत्यव्रत सिन्हा की जेल में बिना इलाज मौत हो गई थी। लोकतंत्र रक्षक सेनानी केके श्रीवास्तव उन दिनों को याद करते हुए बताते हैं कि 25 जून की मध्यरात्रि आपातकाल लागू हुआ और इसी के साथ नया कटरा से जनेश्वर मिश्र, जार्जटाउन से डॉ.मुरली मनोहर जोशी, कर्नलगंज से उन्हें और बेली रोड से बाबा राम आधार यादव को गिरफ्तार कर लिया गया। बकौल केके श्रीवास्तव एक रात में 100 गिरफ्तारी का शायद यह रिकॉर्ड ही रहा होगा। 26 जून...