आगरा, अगस्त 7 -- जेल के अंदर और बाहर अब महिला बंदियों द्वारा बनाई गई राखियां ही बिकेंगी। मुलाकात करने आने वाली बहनें यह राखियां अपने बंदी भाइयों की कलाई पर बांधेगी। इनसे जो भी आय प्राप्त होगी वह महिला बंदियों के कल्याणार्थ लगाई जाएगी। महिला बंदियों द्वारा हस्तनिर्मित राखियां गुरुवार को जेल आउटलेट पर लगा दी गई हैं। जिला जेल में निरुद्ध महिला बंदियों के कल्याणार्थ एवं पुनर्वास के लिए कारागार प्रशासन के सहयोग से रक्षाबंधन के अवसर पर राखी बनाने का कार्य जेल में बंद आठ महिला बंदियों द्वारा किया जा रहा है। जेल अधीक्षक हरिओम शर्मा ने बताया कि महिला बंदियों द्वारा प्रतिदिन 125 से 150 राखियां बनाई जा रही हैं। कारागार में बंद महिला बंदियों द्वारा हस्तनिर्मित राखियों को जेल के अंदर मुलाकात स्थल और बाहर स्थित जेल आउटलेट के माध्यम से बिक्री की जाएगी। ...