मुजफ्फरपुर, अगस्त 12 -- मुजफ्फरपुर, प्रमुख संवाददाता। जेल गेट सोमवार तड़के तीन बजे खुला। 18 साल की उम्र में देश की आजादी के लिए हंसते-हंसते फांसी के फंदे पर चढ़ जाने वाले अमर शहीद खुदीराम बोस के प्रति दिल में श्रद्धा लिए लोगों ने जेल में प्रवेश किया। प्रमंडलीय आुयक्त, डीआईजी, डीएम, एसएसपी समेत बड़ी संख्या में अधिकारियों की टीम जेल में पहुंची। रंगीन बल्बों और हुमाद की खुशबू जेल में चारों ओर फैली हुई थी। वार्ड की खिड़कियों से बंदी झांक कर देख रहे थे। अधिकारियों की टीम पहले शहीद खुदीराम बोस के सेल पर पहुंची। अंदर जाने से पहले उन्होंने अपने जूते उतारे। देश के लिए शहादत देने वाले शहीद के प्रति हर दिल में अकीदत है। सेल में रखे शहीद के चित्र पर फूल-माला अर्पित किया गया। इसके बाद सभी फांसी स्थल पर गए। वहां मद्धिम आवाज में एक बार विदाई दे मां घुरे...