हमीरपुर, सितम्बर 17 -- हमीरपुर, संवाददाता। चाय-पानी के नाम पर जेल में चल रहीं दो कैंटीनों में नशाखोरी का सामाज बड़ी ही सहजता से उपलब्ध है। सूत्रों के मुताबिक यहां दो कैंटीन चल रही हैं। इनमें पान-गुटखा, सिगरेट आसानी से मिल जाती है। इसके बदले दो से तीन गुना रेट वसूले जाते हैं। बंदी इसका विरोध करते हैं तो जेल प्रशासन का संरक्षण प्राप्त संचालक मारपीट पर उतारू हो जाते हैं। सूत्रों के मुताबिक कैंटीन में टोकन सिस्टम चलता है और टोकन जेल के अधिकारियों को कीमत चुकाने के बाद मिलता है। यह कहा जा रहा कि दोनों कैंटीन अनाधिकृत रूप से संचालित हैं। इन दोनों कैंटीन में कारोबारी प्रतिस्पर्धा है। मारा गया बंदी अनिल भी इसी प्रतिस्पर्धा की वजह से अधिकारियों का कोपभाजन बना। पत्नी पूजा ने बताया कि पति ने किसी दूसरी कैंटीन से गुटखा लिया था। यही बात नगवार गुजरी और...