आजमगढ़, सितम्बर 1 -- आजमगढ़, संवाददाता। जेल कर्मियों को भी जल्द ही अंग्रेजों के जमाने की भारी-भरकम .303 (थ्री-नाट-थ्री) राइफल से मुक्ति मिल जाएगी। पुलिस कर्मियों की तरह उनके हाथों में भी अत्याधुनिक इंसास राइफल होगी। कारागार विभाग से जिला कारागार को काफी संख्या में इंसाफ राइफल मिलने के बाद बंदी रक्षकों को पुलिस लाइन में प्रशिक्षण भी शुरू हो गया। प्रदेश के सात संवेदनशील जेलों की श्रेणी में आजमगढ़ जिला कारागार भी शामिल है। वर्तमान में आजमगढ़ जिला कारागार में करीब साढ़े बारह सौ से अधिक बंदी निरुद्ध हैं। जिनमें करीब दो दर्जन सजायाफ्ता कैदी भी हैं। जेल में निरुद्ध बंदियों में अधिकतर गंभीर आपराधिक घटनाओं के मुकदमे में शामिल है। मंडल मुख्यालय होने के कारण आजमगढ़ जेल में अन्य जनपदों से स्थानांतरण होकर आए बंदी भी जेल की सलाखों में कैद हैं। ऐसे में इस सं...