नई दिल्ली, मई 22 -- नई दिल्ली, प्रमुख संवाददाता। जेएनयू की पीएचडी प्रवेश प्रक्रिया को लेकर छात्रों और विश्वविद्यालय प्रशासन के बीच टकराव एक बार फिर तेज हो गया है। जेएनयू छात्रसंघ ने 24 मई को इस मुद्दे पर एक जनमत संग्रह कराने का फैसला लिया है। जनमत संग्रह में छात्रों को प्रवेश परीक्षा के पक्ष में हां या ना में जवाब देना होगा। छात्र यह तय करेंगे कि उन्हें 'इन-हाउस प्रवेश परीक्षा (जेएनयूईई) चाहिए या नहीं। यह मतदान शाम 5 बजे से रात 10 बजे तक जेएनयू के विभिन्न छात्रावास क्षेत्रों में किया जाएगा। छात्र संगठनों का कहना है कि 16 दिनों तक चली भूख हड़ताल के दौरान कुलपति ने स्पष्ट रूप से जेएनयूईई की वापसी का आश्वासन दिया था, लेकिन अब विश्वविद्यालय प्रशासन ने यह निर्णय वापस ले लिया है। छात्र नेताओं का कहना है कि विश्वविद्यालय की विभिन्न स्कूलों के डी...