नई दिल्ली, नवम्बर 6 -- नई दिल्ली। अभिनव उपाध्याय वाम प्रतिवाद और संवाद के मशहूर जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में भले ही इस इस बार भी वाम गठबंधन जीत गया हो लेकिन उनके गढ़ में धीरे धीरे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद अपनी जगह बना रही है। धीरे धीरे एबीवीपी का जनाधार जेएनयू में बढ़ा है। पिछले साल अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने संयुक्त सचिव पर एक सीट दर्ज की थी और इस बार सचिव जैसे महत्वपूर्ण पद पर हार जीत का अंतर बस 97 मतों का है। यही नहीं सभी पदों पर एबीवीपी दूसरे स्थान पर है। जेएनयू में गूंज रहे लाल सलाम के नारों के बीच अब वंदे मातरम और सावरकर के नारे भी गूंज रहे हैं। जेएनयू छात्रसंघ चुनाव हमेशा राष्ट्रीय छात्र राजनीति का प्रतिबिंब माने जाते हैं। इस वर्ष भी राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय मुद्दों के बीच प्रमुख मुद्दों में शुल्क वृद्धि, हॉस्टल सुविधा...