गोंडा, मार्च 23 -- गोण्डा, संवाददाता। हजरत अली की शहादत की याद में शनिवार रात को जुलूस निकाला गया। जुलूस में शामिल होने के लिए काले लिबास में मस्जिद और इमामबाड़ों में लोग पहुंचे। तीन दिनी शोक दिवस के अंतिम दिन रगड़गंज रोड स्थित इमामबाड़ा अंजुमन से परंपरागत तरीके से जूलूस निकाला गया। लोगों में ताबूत को कंधा देने के लिए होड़ लगी रही। जुलूस से पहले मौलाना मुंतजिर हुसैन ने हजरत अली की शहादत का जिक्र किया तो अजादरों की आंखें नम हो गई और माहौल संजीदा हो गया। लोगों ने अली मौला हैदर मौला की सदाएं बुलंद की। इस्लामी मान्यता के अनुसार अल्लाह के आखिरी नबी मोहम्मद साहब के जानशीन हज़रत अली की शहादत 21वें रमजान के दिन ही हुई थी। उनकी याद में शिया समुदाय द्वारा ताबूत जुलूस निकालकर मातम मनाया जाता है। शिया धर्मगुरुओं के अनुसार यह जुलूस दामाद-ए-पैगंबर हजरत...