कौशाम्बी, अगस्त 11 -- चायल, हिन्दुस्तान संवाद शोहदा-ए-कर्बला के चालीसवां पर बिसौना सादात में जुलूस ए अरबाइन का आयोजन किया गया। बाहर से आईं मातमी अंजुमनों ने नौहाख्वानी और सीनाजनी कर इमाम हुसैन की शहादत को याद किया। कस्बे के मोहल्ला सादात स्थित इमामबारगाह जदीद में इस सिलसिले में मजलिस का आयोजन किया गया। जिसमें मर्सियाख्वानी जनाब नसीमुल हसन ने किया। जबकि निजामत जनाब शहीर रालवी ने किया। मजलिस को खिताब मुंबई से आए आली जनाब मौलाना सैयद शाहिद रिजवी ने किया। मौलाना शाहिद रिजवी ने कहा कि कर्बला की दास्तां हर इंसान को इज्जत के साथ जीने का सबक देती है। जालिम चाहे कितना भी ताकतवर क्यों न हो, एक अच्छा इंसान जालिम के जुल्म को कभी बर्दाश्त नहीं कर सकता। मसायब सुनकर अज़ादार गिरिया करने लगे। मजलिस के बाद नौहाख्वानी और सीनाजनी का दौर चला। अमरोहा के नौगवा स...