नई दिल्ली, जून 27 -- Ketu Nakshatra Parivartan : ज्योतिषशास्त्र में केतु को विशेष स्थान प्राप्त है। केतु को पापी ग्रह कहा जाता है। केतु के अशुभ प्रभावों से हर कोई भयभीत रहता है, लेकिन ऐसा नहीं है कि केतु सिर्फ अशुभ फल देते हैं। केतु शुभ फल भी देते हैं। केतु के शुभ होने पर व्यक्ति का भाग्योदय हो जाता है। 6 जुलाई 2025 को दोपहर 1:32 बजे केतु पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र में आभासी रूप से प्रवेश करेंगे और 20 जुलाई को दोपहर 2:10 बजे पूर्ण रूप से पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र में प्रवेश कर जाएंगे। केतु एक छाया ग्रह है और हमेशा उल्टी चाल चलते हैं, इसलिए इसका पहले आभासी और फिर वास्तविक गोचर होता है। ज्योतिष गणनाओं के अनुसार केतु के राशि परिवर्तन करने से कुछ राशि वालों को शुभ तो कुछ राशि वालों को अशुभ फल की प्राप्ति होगी। आइए जानते हैं, केतु के नक्षत्र परिवर्तन...