जमशेदपुर, जुलाई 28 -- जुगसलाई स्थित राजस्थान शिवमंदिर में चल रहे श्री शिव महापुराण कथा का विश्राम दिवस पर श्रद्धा और भक्ति का भव्य आयोजन हुआ। मुख्य यजमान रमेश अग्रवाल मेंगोतिया ने पत्नी संग व्यासपीठ की पूजा कर कथा की शुरुआत की। इसके बाद व्यासपीठ से शिव रुद्राक्ष स्तुति पाठ किया गया। कथावाचक आचार्य विनय कांत त्रिपाठी ने इस अवसर पर भगवान शिव के द्वादश ज्योतिर्लिंगों की महिमा का विस्तार से वर्णन किया। उन्होंने बताया कि ये ज्योतिर्लिंग भारत में कहां-कहां स्थित हैं, उनके नाम क्या हैं, और इनकी स्थापना कैसे हुई। उन्होंने कहा कि ये सभी ज्योतिर्लिंग मानव जीवन के लिए अत्यंत फलदायी हैं। आचार्य त्रिपाठी ने पार्थिव शिवलिंग की पूजा का विशेष महत्व भी बताया। उन्होंने कहा कि पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, सवा लाख पार्थिव शिवलिंग बनाकर भगवान शिव की पूजा करना...