कानपुर, दिसम्बर 20 -- रूरा,संवाददाता। कस्बे के थाना ग्राउंड में चल रही सात दिवसीय भागवत एवं श्री विष्णुमहयज्ञ के छठे दिन शनिवार को भागवत कथा में आचार्य ने भगवान श्री कृष्ण की अनेक लीलालो में श्रेष्ठतम लीला रासलीला का वर्णन किया। भागवत कथा में कथा व्यास शशिभूषण जी ने भगवान श्री कृष्ण की लीलाओं में श्रेष्ठतम महारास लीला वर्णन करते हुए कहा कि जब जीव को अभिमान हो जाता है तो अहंकार को नष्ट करने के लिए भगवान को लीला रचानी ही पड़ती है। उन्होंने कहा कि कामदेव के अहंकार को दूर करने के लिए भगवान ने महारास लीला की। उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति संस्कार युक्त जीवन जीता है। वह जीवन में कभी कष्ट नहीं पाता है। इस मौके पर उन्होंने भगवान श्री कृष्ण व रुक्मणि के विवाह के प्रसंग को सुनाते हुए श्रोताओं को भावविभोर कर कर दिया। उन्होंने कहा रुक्मणि स्वयं साक्षात ल...