छपरा, सितम्बर 2 -- छपरा, नगर प्रतिनिधि।वर्ष 2015 से हम इस काम में लगे हैं। अब एक बाजार मिला है, जहां हमें अपनी मेहनत का सही दाम मिलता है। हमें स्थायी जगह मिली है तो व्यवसाय का विस्तार हुआ है। हमारी पहचान का पहले लोग मजाक उड़ाते थे, सामान नहीं खरीदते थे पर अब उनके उत्पाद का सही बाजार भाव भी मिल रहा है और समाज में सम्मान भी मिल रहा है। अब जीविका निधि से आत्मनिर्भरता को बल मिलेगा और स्वालंबन को भी नई उड़ान मिलेगी। रुपयों के लिये अब हमारी निर्भरता साहूकारों पर नहीँ रहेगी। अब हमारा अपना बैंक होगा और कम ब्याज दर पर हमें आसानी से ऋण की सुविधा मिल जाएगी। यह बातें मंगलवार को शहर के प्रेक्षागृह में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने आयी जीविका दीदियों ने कही। बिहार सरकार की एक ऐतिहासिक पहल बिहार राज्य जीविका निधि साख सहकारी संघ लिमिटेड, पटना (जीविका निध...