बिहारशरीफ, मार्च 8 -- जीविका का मिला सहारा तो गृहिणी से नारी शक्ति की मिसाल बनीं पिंकी फोटो : पिंकी देवी (प्रोफाइल फोटो) पिंकी बैठक : महिलाओं के साथ बैठक करती पिंकी व अन्य। बिहारशरीफ, हमारे संवाददाता। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर नालंदा जिले के राजगीर प्रखंड के नाहूब गांव की पिंकी देवी की कहानी हर उस महिला के लिए प्रेरणा है, जो अपने सपनों को सच करने की हिम्मत रखती है। कभी खेतों में मजदूरी करने वाली एक साधारण गृहणी आज न केवल अपने परिवार की आर्थिक रीढ़ बन चुकी हैं, बल्कि हजारों महिलाओं के लिए उम्मीद की किरण भी हैं। जीविका परियोजना से जुड़कर पिछले 15 सालों में पिंकी ने फर्श से अर्श तक का सफर तय किया है। 2009 में जीविका के स्वयं सहायता समूह से जुड़ने से पहले पिंकी का जीवन संघर्षों से भरा था। उनके पति श्रवण कुमार दिहाड़ी ड्राइवर थे, और ...