सिद्धार्थ, मार्च 7 -- सोहना, हिन्दुस्तान संवाद। भनवापुर क्षेत्र के कमसार गांव के राम जानकी मंदिर पर चल रहे नौ दिवसीय संगीतमयी श्रीरामकथा के दूसरे दिन बुधवार रात अयोध्या से आई साध्वी उमा ने शिव-पार्वती विवाह का प्रसंग सुनाया। इसे सुनकर श्रद्धालु भाव विभोर हो गए। साध्वी उमा ने कहा कि जीवन रूपी नैया को पार करने के लिए राम नाम ही एकमात्र सहारा है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में हर व्यक्ति किसी न किसी दुख से गुजर रहा है लेकिन इसका अर्थ यह नहीं कि हम भगवान का स्मरण छोड़ दें। जीवन में उतार-चढ़ाव आते रहेंगे, पर राम नाम के स्मरण से हर मुश्किल का सामना किया जा सकता है। कथा में नारद मुनि द्वारा माता पार्वती की हस्तरेखा देखने का प्रसंग भी सुनाया गया। नारद ने कहा था कि पार्वती का विवाह एक जोगी मतवाले, डमरू वाले से होगा। जब नारद मुनि शिव-पार्वती के विवाह का...