मेरठ, फरवरी 4 -- दिल्ली से चलकर नेपाल तक पदयात्रा का शुभांरभ करने वाले नेपाल केसरी राष्ट्र संत जैन मुनि डॉ. मणिभद्र महाराज पिछले 16 दिन से जैन नगर जैन स्थानक में प्रवास कर रहे थे। सोमवार को जैन मुनि ने जैन स्थानक से खरखौदा के लिए विहार किया। जैन स्थानक से विहार करने से पहले जैन मुनि मणिभद्र महाराज के सानिध्य में तपस्वी निहालचंद महाराज का जन्मोत्सव मनाया गया। जैन मुनि ने प्रवचन करते हुए कहा कि जीवन में सेवा और सरलता सबसे बड़ा गुण होता है। जीवन में सरलता का आना आसान नहीं है, सरलता का मतलब है कथनी और करनी का एक होना, जो सरल होता है, वह सेवा कर सकता है। जैन मुनि अचल मुनि और तपस्वी निहालचंद महाराज ने जैन मुनि को विदाई दी।

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