रामपुर, सितम्बर 7 -- बिलासपुर। महापर्व के अंतिम दिन जैन शास्त्री ने कहा कि काम वासनाओं पर विजय प्राप्त कर इंद्रियों पर नियंत्रण कर समस्त विषयों से अनुराग त्यागना उत्तम ब्रह्मचर्य धर्म है। शनिवार को नगर के मोहल्ला साहूकारा स्थित श्री दिगंबर जैन मंदिर में पर्यूषण पर्व के अंतिम दिन उत्तम ब्रह्मचर्य धर्म के रूप में मनाया गया। पंडित विकास जैन शास्त्री के निर्देशन में सर्वप्रथम वीरेश जैन ने श्रीजी का अभिषेक किया। जबकि चारों दिशाओं से राजीव जैन, सन्देश जैन, हिमांशु जैन, सुमेर जैन ने अभिषेक किया। नरेश कुमार जैन ने दिव्यमंत्रों द्वारा श्रीजी को शांतिधारा अर्पित की। सोनिया जैन ने परिवार के साथ मंगल आरती की। पूजन के दौरान 12वें तीर्थकर वासुपूज्य भगवान के मोक्ष कल्यानक पर लाडू चढ़ाया गया। जिसमें पहला लाडू दिनेश जैन, दूसरा सुरभि जैन तथा तृतीय श्रेय सन्...