रामगढ़, अप्रैल 25 -- वेस्ट बोकारो, निज प्रतिनिधि। जीवन में गुरु का स्थान सबसे सर्वश्रेष्ठ और महत्वपूर्ण होता है। उक्त बातें लइयो ढोठाटंड़ में आयोजित नौ दिवसीय श्री श्री 1008 श्री शिव परिवार एवं हनुमत प्राण प्रतिष्ठा सह रुद्र महायज्ञ के सातवें दिन अपने प्रवचन के दौरान वृंदावन मथुरा से आए मुकुंद जी महाराज ने कही। उन्होंने कहा कि इंसान के जीवन का पहला गुरु उसकी मां होती है। मां का अनादर कभी भी किसी भी परिस्थिति में नहीं करनी चाहिए। आप जीवन में जिनसे भी कुछ सिखते हो वो आपके लिए गुरु समान है इसलिए उनका आदर करें। आज के युवा पिढ़ी में पतन का एक मुख्य कारण है मोबाइल। मोबाइल में क्या देखना है और क्या नहीं इसकी समझ होनी चाहिए। जीवन में अगर अनुकरण करना हो तो भगवान श्री राम के चरित्र का अनुकरण करें। वहीं गुरुवार को यज्ञ मंडप का परिक्रमा करने के लिए श...