मुजफ्फरपुर, अप्रैल 11 -- गोरौल, हिंदुस्तान संवाददाता। छोटे बापू जी महाराज ने कहा कि कोई कितना भी ज्ञानवान हो, बिना सत्संग के उसके जीवन में सुधार नहीं हो सकता। वे सर्व मनोकामना सिद्ध संकट मोचन श्री हनुमान मंदिर चैनपुर के प्रांगण में आयोजित श्रीमद्भगवत कथा के दौरान बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि जीवन में उन्नति के लिए माता-पिता और गुरुजनों की बातों को अपनाना चाहिए। मनुष्य को क्षमाशील बनकर दूसरों की गलती को क्षमा करते रहना चाहिये। एक दिन राजा परीक्षित ने देखा कि गाय और उसका बछड़ा आपस में बात कर रहा है। राजा को आश्चर्य हुआ कि यह कौन हो सकते हैं, जब पूछा तो पता चला बछड़ा धर्म है और गो माता पृथ्वी। कलियुग के आगमन से धर्म और पृथ्वी दुखी होकर एक-दूसरे को अपना दुख बता रहे थे। इस मौके पर अयोध्या से आये व्यास सियाराम दास जी महाराज, मध्यप्रदेश दतिया से ...
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