बलिया, मार्च 21 -- रसड़ा। स्थानीय श्रीनाथ मठ परिसर में श्री रामचरित मानस सत्संग अनुष्ठान समिति ब्रम्हस्थान की ओर से चल रहे नौ दिवसीय श्री रामचरित मानस नवाह पाठ व संत सम्मेलन के प्रथम दिन बुधवार की रात जमानिया (गाजीपुर) से पधारे पंडित अरविंद तिवारी महाराज ने सती चरित्र की कथा सुनाकर श्रोताओं को भाव विभोर कर दिया। उन्होंने कथा प्रसंग में कहा कि श्रीरामचरित मानस जीवन जीने की कला सिखाती है। सती चरित्र के व्याख्या में कहा कि सच्चा सती वही है, जिनका मार्ग पति के न रहने पर भटक न सके। इस दौरान श्रीनाथ मठ के महंत महामंडलेश्वर कौशलेंद्र गिरि, हर्षनारायण सिंह, जितेंद्र गुप्त, धीरज सिंह, बावनजी जायसवाल, मिंटू अग्रवाल, डॉ. गोविंद, राजेंद्र जायसवाल आदि रहे।

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