हाथरस, सितम्बर 23 -- हाथरस। जीवन के आहार बिहार ऋतुचर्या का समन्वय सिर्फ आयुर्वेद में है यह कहना है नेशनल इंटीग्रेटेड मेडिकल एसोसिएशन (नीमा) द्वारा आयोजित दशम राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस के अवसर पर आयोजित संगोष्ठी को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि केशव लवानिया चीफ विजिलेंस ऑफिसर नॉर्दर्न रेलवे का। उन्होंने आगे कहा आयुर्वेद विश्व की सबसे पुरानी चिकित्सा पद्धति है। जो समुद्र मंथन के समय भगवान धन्वंतरिजी अमृत आदि वनस्पतियों के साथ प्रकट होने से शुरू हुई । जैसे आयुर्वेद बीमारी को जड़ से खत्म करती है। ठीक उसी प्रकार समाज में भ्रष्टाचार भी एक बीमारी है। उसको भी हमको समूल नाश करने में सहायता करनी चाहिए। वैद्य पुनितअग्निहोत्री द्वारा मोठे अनाज के सेवन और उससे होने वाले लाभ और अपने जीवन में विशेषरूप से उपयोग करने के लिए कहा। विशिष्ट अतिथि क्षेत्रीय आयुर्व...