प्रयागराज, जून 11 -- प्रयागराज, संवाददाता। उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र (एनसीजेडसीसी) के छह दिवसीय नाट्य समारोह का समापन बुधवार को वरिष्ठ रंगकर्मी प्रवीण शेखर के निर्देशन में मंचित नाटक 'बाजी के साथ हुआ। नाट्य प्रस्तुति का मुख्य विचार जीवन के मूल्य और धन के प्रति इंसान की लालसा को समझने के साथ आत्मिक विकास के बीच अंतर दिखाना रहा। प्रस्तुति में दिखाया गया कि असली ज्ञान संसार की इच्छाओं से ऊपर उठने में है। अविनाश चंद्र मिश्र लिखित यह नाटक एंटन चेखव की कहानी 'द बेट पर आधारित है। बाजी, जीवन की प्रकृति और मूल्य के बारे में एक शर्त है। अमीर पात्र गोयल, जो मानते हैं कि मृत्युदंड आजीवन कारावास से अधिक मानवीय और नैतिक है। जो अनुभव, सुख व रिश्ते ही जीवन को जीने लायक बनाते हैं। इसके विपरीत युवा वकील सक्सेना का तर्क है कि बिल्कुल नहीं से बेहत...