मुजफ्फर नगर, दिसम्बर 1 -- मुजफ्फरनगर। अग्रणी साहित्यिक संस्था वाणी की मासिक गोष्ठी गोकुल सिटी में आयोजित की गई। सोमवार को गोकुल सिटी में आयोजित वाणी की मासिक गोष्ठी दो चरणों में हुई। पहले चरण में साहित्यकार सुनीता मलिक सोलंकी के व्यक्तित्व और कृतित्व पर चर्चा की गई, जिसमें उनके समस्त साहित्य का मूल्यांकन करते हुए सभी सदस्यों ने भावी लेखन हेतु शुभकामनाएं दी। गोष्ठी के दूसरे चरण में रचना पाठ किया गया, जिसमें अंकित दीप ने यथार्थपरक ग़ज़ल प्रस्तुत की.. जलती हुई बस्ती ओ चमन देख रहे हैं। खामोश ये सब अहले सुखन देख रहे हैं।। रामकुमार शर्मा रागी ने नफरत और प्यार की बात करते हुए कहा - आदमी है आदमी सा प्यार दे। दिल के अन्दर नफरतों को मार दे।। सुशीला शर्मा की मोहक गीत प्रस्तुति रही, तुम छलिया पाँवों में मेरे पायल बांध गए, सूने नयनों में चुपके से काजल...