वाराणसी, नवम्बर 8 -- वाराणसी, वरिष्ठ संवाददाता। बीएचयू के वैदिक विज्ञान केंद्र में इतिहास विभाग की तरफ से दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी और पुरातन छात्र सम्मेलन 'विश्व संस्कृति में जल संरक्षण : एक विमर्श' आयोजित किया गया। संगोष्ठी के मुख्य वक्ता एवं केंद्रीय विश्वविद्यालय झारखंड के कुलपति प्रो. जयप्रकाश लाल ने कहा कि जल केवल जीवन का आधार नहीं बल्कि विकास का मूल प्रेरक भी है। उन्होंने कहा कि जल संरक्षण का इतिहास उतना ही पुराना है, जितना मानव सभ्यता का उदय। मिस्र, रोम, मेसोपोटामिया और सिंधु घाटी जैसी सभी महान सभ्यताएं नदियों और जल स्रोतों के तट पर विकसित हुईं। उन्होंने चिंता व्यक्त की कि आज के युग में कुएं, तालाब और प्राकृतिक जल स्रोत तेजी से लुप्त हो रहे हैं। यदि यह प्रवृत्ति जारी रही तो भविष्य में जल संकट मानव अस्तित्व के लिए गंभीर चुनौती ब...