नई दिल्ली, अक्टूबर 13 -- दिल्ली हाई कोर्ट ने हाल ही में एक मामले की सुनवाई करते हुए कहा है कि जीवनसाथी पर बेवफाई का गलत दावा क्रूरता के समान है। कोर्ट ने कहा कि कोई अपने जीवनसाथी पर बेफवाई का मानहानिकारक और झूठा दावा करता है जिससे उसकी प्रतिष्ठा भी धूमिल हो सकती है तो ये उसके प्रति क्रूरता के समान है। जस्टिस ने कहा, पार्टनर पर झूठे और निराधार आरोप लगाना और उसके परिवारवालों के खिलाफ झूठे केस शुरू कर उन्हें परेशान करना, अपीलकर्ता की प्रतिशोधात्मक मंशा को दर्शाता है। कोर्ट ने इस बात पर जोर दिया कि विवाह की नींव आपसी विश्वास और सम्मान पर टिकी है। बार एंड बेंच की रिपोर्ट के मुताबिक कोर्ट ने आगे कहा कि जब किसी शख्स को उसका जीवनसाथी सार्वजनिक रूप से अपमानित कर रहा हो और लापरवाह आरोप लगा रहा हो, तो ऐसी परिस्थितियों में उनसे सहवास जारी रखने की उम्...