बाराबंकी, मई 26 -- रामनगर। सरयू नदी की बाढ़ से हर साल बाढ़ पीड़ितों को घर छोड़ने को मजबूर होते हैं। पिछले वर्ष तो दो गांव नदी में समा गए थे, इस बार ऐसी नौबत न आए इसलिए बाढ़ से बचाव कार्य को लेकर कई परियोजनाएं चल रही हैं। रामनगर तहसील में कुसौरा बांध के पास ठोकरें और जीओ बैग स्टड तैयार करने का कार्य सुस्त पड़ा है। जीओ बैग की आपूर्ति न होने से कार्य की गति तेज नहीं हो पा रही है। 30 हजार आबादी के बचाव के कार्यों को भी नहीं मिल पा रही गति: बाढ़ व कटान के समय क्षेत्र की 30 हजार आबादी हर बार प्रभावित होती है। इसके बचाव के लिए तहसील रामनगर के कुसौरा में चार ठोकरे व कुछ स्थान पर पिचिंग तथा केदारी पुर में नदी किनारे 16 जीओ बैग स्टड बन रहे हैं। अब तक सिर्फ 10 जीओ बैग स्टड ही तैयार हो पाए हैं। कार्य का जिम्मा आर्यन फर्म को दिया गया है। बताया जा रहा है कि ज...