सीवान, अप्रैल 3 -- पचरुखी, एक संवाददाता। प्रखंड का गांधी स्मारक उच्च विद्यालय पचरुखी का अतीत बहुत ही गौरवशाली रहा है। इसके छतदार बड़े-बड़े कमरे, विद्यालय भवन के बीचों फूलों की क्यारियां और बाहर बड़ा सा खेल का मैदान, ये सब लोग जब याद करते हैं, तो फिलहाल की व्यस्था देख दुख प्रकट करते हैं। छात्र-छात्राओं में अनुशासन इस विद्यालय की सबसे बड़ी खासियत थी। शिक्षक इतने सजग थे कि बच्चे थोड़ी भी मनमानी नहीं कर सकते थे। विद्यालय में दो बार छात्रों की हाजिरी लगती थी। इस विद्यालय की स्थापना वर्ष 10 जनवरी 1949 में हुई थी। विद्यालय को आंशिक स्वीकृति 1 जुलाई 1954 और पूर्णतः स्वीकृति 16 जून 1958 में मिली थी। विद्यालय का निर्माण स्थानीय लोगों ने जमीन दान देकर निजी पैसों से कराया था। वहीं, 2014 में विद्यालय को प्लस टू की मान्यता मिल गई। वर्तमान में विद्यालय ...