बागपत, अक्टूबर 2 -- त्योहारी सीजन की दस्तक के साथ ही जिलेभर के रेडीमेड बाजार में चहल-पहल बढ़ गई है। ग्राहकों की हलचल को बढ़ाने में जीएसटी 2.0 का अहम योगदान रहा है। कम कीमत वाले ब्रांडेड कपड़े और भी सस्ते हो गए हैं। एक हजार रुपये से लेकर ढाई हजार रुपये तक की रेंज पर 12 फीसदी टैक्स लगता था। अब यह रेंज पांच फीसदी के स्लैब में आ गई है। कारोबारियों का एक बड़ा वर्ग कह रहा है कि टैक्स की इस गिरावट ने दुकानों पर फुटफॉल में इजाफा करा दिया है। बागपत, बड़ौत और खेकड़ा के साथ ही टटीरी, सरा, बिनौली, छपरौली के बाजार में खरीदारों की भीड़ उमड़ने लगी है। हालांकि कपड़े पर अधिकतम खुदरा मूल्य प्रत्येक ब्रांड नहीं अंकित करता। अनेकों विक्रेता स्वयं ही इसको तय करते हैं। उसके बाद अपनी सुविधा के अनुसार छूट देते हैं, इसलिए ग्राहक को खरीदे जाने वाले मूल्य के अनुसार ही फायदा ...