नई दिल्ली, मार्च 13 -- - सरकार खाने-पीने व आवश्यकता की वस्तुओं को पांच फीसदी की कर दर के दायरे में लाने पर कर रही विचार - जीएसटी की दरों को तर्कसंगत बनाने के लिए सरकार चरणबद्ध तरीके से कर सकती है कटौती नई दिल्ली। विशेष संवाददाता केंद्र सरकार आम आदमी पर करों का बोझ करने की दिशा में काम कर रही है। इसके लिए वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) की दरों का तर्कसंगत बनाने और पहले से कम किया जाना है। सरकार ने आंतरिक रूप से जीएसटी को कम करने की दिशा में काम शुरू कर दिया है। कर दरों में कटौती करने से जहां आम आदमी की जेब पर भार कम होगा तो वहीं सरकार को बाजार में खपत एवं मांग बढ़ाने में भी मदद मिलेगी। इससे अर्थव्यवस्था को गति भी प्रदान की जा सकेगी। सूत्र बताते हैं कि जीएसटी काउंसिल द्वारा सुझाए गए विशेष दर स्लैब को भी सरकार लाने के पक्ष में दिखाई नहीं देती है...