शामली, सितम्बर 24 -- कस्बे के रामलीला भवन मे चल रही आदर्श श्री रामलीला में गुरुवार रात्रि को कलाकारों ने राम-सीता विवाह का मंचन किया। वहीं, सीता स्वयंवर के बाद की लीला का मंचन किया। बारात पहुंचने के बाद भगवान श्रीराम एवं जानकी मां का विवाह विधि पूर्वक कराया जाता है। विवाह के बाद राम-सीता अयोध्या पहुंचते हैं। पूरी अयोध्या नगरी उल्लास में डूब जाती है, पूरे राज्य में खुशियां मनाई जाती हैं। जिसके पश्चात राजा दशरथ श्री राम को अयोध्या का राजकाज देने का निर्णय करते हैं। तभी अंतिम समय पर कैकेयी अपनी दासी मंथरा के कहने पर पूर्व में दिए गए राजा दशरथ को दो वर मांग लेती है। महारानी केकई इस समय महाराजा दशरथ को याद दिलाती है, कि दो वर महाराज दशरथ ने उन्हें दिए और उन वरों को मांगने का समय आ गया है। जिस पर महाराज दशरथ रानी केकई से कहते है, मांगों आप जो व...
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