नई दिल्ली, सितम्बर 5 -- बहुप्रतीक्षित जीएसटी सुधार से घरेलू खपत में तेज़ी आने की उम्मीद है, लेकिन इससे राजस्व में कमी आएगी, कम से कम अस्थायी रूप से तो यही लग रहा है। जबकि इस वित्तीय वर्ष में सरकार का कर संग्रहण कमज़ोर रहा है। पेश है राजकोषीय घाटे पर इसके प्रभाव का विशेष विश्लेषण- जीएसटी सुधार कितना महत्वपूर्ण यह इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि जीएसटी 1.0 की अधिकांश कमियों को दूर कर दिया गया है। कर स्लैब की संख्या चार से घटाकर दो (5% और 18%) कर दी गई है। ज़्यादातर हानिकारक वस्तुओं पर 40% की दर लागू होगी। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि दरों को इस तरह से युक्तिसंगत बनाया गया है कि आम उपभोग की वस्तुओं पर कर कम लगे, जिससे आम आदमी को फायदा हो और घरेलू खपत को बढ़ावा मिले। करों की दर कम होने के अलावा, पंजीकरण प्रक्रिया को सरल बनाया गया है, वर्गीकरण संब...
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