मुजफ्फरपुर, जुलाई 8 -- मुजफ्फरपुर, हिन्दुस्तान प्रतिनिधि। जिस स्थान पर भागवत होगा वहां वृंदावन हो जाता है, वहां कण-कण में राधा रानी बसते हैं। डाल पर बैठा पंछी भी भागवत कथा सुनता है। ये बातें आमगोला पड़ाव पोखर में चल रहे भागवत कथा के चौथे दिन मंगलवार को कथावाचक पीयूष गिरि ने भागवत कथा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहीं। उन्होंने कहा कि मनुष्य कभी संतुष्ट नहीं होता है, चाहे वह कितना भी धन कमा ले। उसकी इच्छा कभी पूरी नहीं होती। यही धन उनकी चिंता का कारण बनता है और मनुष्य का दु:ख बढ़ जाता है। कथा में मुख्य अतिथि डॉ. ममता रानी, प्रो. सीमा, संयोजक राकेश पटेल, रंजन ओझा, मनोज तिवारी, मुकेश शर्मा, रविशंकर कुशवाहा, मंजू सिंह, अशोक शर्मा, पंकज चौहान, बसंत सिंह, सुन्दर देवी व सेवादार अविनाश मौजूद रहे।

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