नई दिल्ली, सितम्बर 26 -- यूक्रेन में तबाही मचाने के लिए रूस जिन शाहेद-136 ड्रोन का इस्तेमाल कर रहा है, उस पर अब अमेरिका भी फिदा हो गया है। रूस को ये ड्रोन ईरान से मिली हैं। अमेरिका और उसके सहयोगी अब शाहेद की तर्ज पर ही ड्रोन बनाने की होड़ में लग गए हैं। इसके पीछे वजह है कम लागत। अमेरिका चाहता है कि कम लागत में ऐसे ड्रोन तैयार हों जो कि लंबी दूरी तक भी वार कर सकें। अमेरिका के पास फिलहाल जो भी लंबी दूरी की मिसाइलें हैं, उनकी लागत बहुत ज्यादा है। वहीं ईरान के शहीद ड्रोन बड़ी संख्या में एक साथ छोड़े जा सकती हैं। महंगी मिसाइलों को ज्यादा संख्या में दागना मुश्किल हो जाता है। बता दें कि शाहेद-136 ईरान निर्मित ड्रोन हैं जो कि मुख्य रूप से हमले के लिए ही डिजाइन किए गए हैं। ये ड्रोन हथियार के तौर पर इस्तेमाल किए जाते हैं। ये ड्रोन मिसाइल की ही तरह ...