नई दिल्ली, मई 24 -- himaअंतरराष्ट्रीय समुदाय द्वारा मान्यता न पाने के बावजूद अफगानिस्तान की तालिबान सरकार इन दिनों कूटनीतिक गतिविधियों में बेहद सक्रिय दिख रही है। अफगानिस्तान के कार्यवाहक विदेश मंत्री आमिर ख़ान मुत्ताक़ी ने बीते कुछ हफ्तों में पाकिस्तान, भारत, ईरान और चीन के साथ उच्च-स्तरीय वार्ताएं की हैं, जिससे यह संकेत मिला है कि तालिबान सरकार को नजरअंदाज करना अब संभव नहीं रहा। मुत्ताकी की मुलाकातों पर गौर करें यह स्पष्ट हो जाएगा कि पड़ोसी देश तालिबान में दिलचस्पी दिखा रहे हैं। गौरतलब है कि 19 अप्रैल को पाकिस्तान के उपप्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार ने काबुल का दौरा किया और मुत्ताकी से मुलाकात की। शरणार्थियों की वापसी, व्यापार और द्विपक्षीय सहयोग पर चर्चा हुई। 6 मई को डार और मुत्ताकी ने फिर से बातचीत की, ठीक उस समय जब भारत और पाक...