नई दिल्ली, मई 14 -- विश्वविद्यालय सेवा आयोग ने जिस सहायक प्राध्यापक को गलत प्रमाणपत्र देने पर बर्खास्त किया, बीआरएबीयू के परीक्षा विभाग ने उसी को स्नातक थर्ड सेमेस्टर में छात्रों की कॉपी जांच के लिए परीक्षक बना दिया है। गलत प्रमाणपत्र देने के आरोप में विवि सेवा आयोग ने 29 अप्रैल 2025 को दर्शनशास्त्र विषय के एक शिक्षक को चयन मुक्त का पत्र जारी किया था। शिक्षक बेतिया के एक अंगीभूत कॉलेज में पदस्थापित था। उसी शिक्षक का नाम विवि परीक्षा विभाग ने 2 मई 2025 को जारी स्नातक परीक्षकों की सूची में डाल दिया। इस बड़ी गड़बड़ी पर विवि प्रशासन अबतक चुप है। विवि के लोगों का कहना है कि यह गड़बड़ी छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ है। बीआरएबीयू के पूर्व सिंडिकेट सदस्य डॉ. धनंजय सिंह का कहना है इस मामले की पूरी तफ्तीश होनी चाहिए। रजिस्ट्रार प्रो. संजय कुमार ने ब...
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