मुजफ्फरपुर, अप्रैल 7 -- मुजफ्फरपुर, प्रमुख संवाददाता। आचार्य जानकी वल्लभ शास्त्री की 14वीं पुण्यतिथि सोमवार को निराला निकेतन में मनाई गई। इस मौके पर आचार्य जानकीवल्लभ शास्त्री न्यास और रजा फाउंडेशन, दिल्ली की ओर से 'कविता संवाद' कार्यक्रम के तहत कविता और दर्शन के संबंध पर प्रो. रिपुसूदन श्रीवास्तव ने व्याख्यान दिया। अपने व्याख्यान में उन्होंने कहा कि भारतीय दर्शन में हर आदमी दार्शनिक है। आप जो कुछ निर्णय लेते हैं, जीवन में जो कुछ करते हैं, वही दर्शन है। हर कवि दार्शनिक है। दर्शन और कविता एक ही पक्ष के दो भाग है। दर्शन विचार है। कविता भी विचार है। जिसमें दर्शन है, वह बड़ा कवि है। न्यास के सचिव गोपेश्वर सिंह ने न्यास के उद्देश्य पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर मुजफ्फरपुर के समाहर्ता सुब्रत कुमार सेन भी उपस्थित थे। विदित हो कि समाहर्ता, मुजफ्फरपु...