लखीमपुरखीरी, मार्च 12 -- पानी का दोहन रोकने के लिए प्रशासन ने जिले में साठा धान की खेती पर प्रतिबंध लगा दिया है। वहीं किसानों से अपील की है कि साठा धान की जगह मक्का, उर्द, मूंग और मूंगफली के अलावा कद्दू वर्गीय फसलों का उत्पादन करें। यह बहुत कम अवधि में तैयार हो जाती हैं। मौसम के लिए उपयुक्त हैं वही पानी बहुत कम लगता है। जिला कृषि अधिकारी अरविंद कुमार चौधरी ने बताया कि ग्रीष्मकालीन धान के उत्पादन में अत्यधिक मात्रा में पानी का दोहन किया जाता है। इससे जिला डार्क श्रेणी में जाने की आशंका है। उन्होंने बताया कि जिले में करीब 32000 हेक्टेयर में साठा धान की खेती चिन्हित की गई है। उन्होंने बताया कि साठा धान की खेती पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। अगर कोई किसान साठा धान की खेती करेगा तो कार्रवाई हो सकती है। प्रतिबंध लगाने के लिए सभी तहसीलों में एसडीए...