महाराजगंज, जुलाई 22 -- महराजगंज, हिन्दुस्तान टीम। जिले में धान की रोपाई को एक माह बीत गया है लेकिन अभी तक कई किसान फसल में यूरिया की टॉप ड्रेसिंग नहीं करा पाए हैं। खाद के लिए किसान समितियों से लेकर निजी दुकानदारों का चक्कर लगा रहे हैं, पर यूरिया की जगह मायूसी मिल रही है। वहीं जिला प्रशासन का दावा है कि जिले में भरपूर खाद है। किसानों का कहना है कि लक्ष्य से अधिक यूरिया जिले में उपलब्ध है तो आसानी से किसानों को उपलब्ध क्यों नहीं हो पा रही है। जिला भारत-नेपाल सीमा से सटा है। बार्डर क्षेत्र में हर दिन तस्करी की खाद की बरामदगी भी हो रही है। ऐसे में यह भी आरोप सामने आ रहा है कि जिले में किसानों की हिस्से की आई खाद तस्करी के जरिए नेपाल भेजी जा रही है। इस वजह से किसानों को भरपूर खाद नहीं मिल रही है। कृषि विभाग के आंकड़े के मुताबिक जिले में यूरिया...