बांका, मई 25 -- जिले में बढ रहा प्रदूषण का ग्राफ, 102 हो गया है जिले का वायु गुणवत्ता सूचकांग बांका। निज प्रतिनिधि। बांका जिले को प्रकृति ने वनों, पहाडों व नदियों की सौगात दी है। यहां पिछले दो दशक से प्राकृतिक संपदाओं के हो रहे दोहन ने लोगों के लिए कई तरह की परेशानियां खडी कर दी है। इससे यहां हर साल मौसम के तापमान और प्रदूषण के बढते ग्राफ के बीच हो रहे जलवायु परिवर्तन एक बडी चुनौती बन गई है। जो जल संकट और सुखाड की समस्या को जन्म दे रही है। जिसका सीधा असर कृषि और आम लोगों के जीवन पर पड रहा है। एक ओर यहां पेयजल के लिए हाहाकार मच रहा है, तो दूसरी ओर किसानों को फसलों के सिंचाई की चिंता सताती रहती है। इसकी सबसे बडी वजह जंगलों की कटाई और नदियों से अवैध बालू का खनन है। यहां की नदियां खेतों की सतह से 20 फीट तक नीचे चली गई है। जिससे यहां जलवायु पर...