महाराजगंज, जून 30 -- महराजगंज, निज संवाददाता। मानसून के आगमन के साथ ही बाढ़ का संकट तटवर्ती गांवों पर मंडराने लगा है। नेपाल से निकलकर 119.560 किलोमीटर की यात्रा तय कर गोरखपुर जिले में प्रवेश करने वाली रोहिन नदी हर साल अकेले जिले के चारों तहसील के 66 गांवों को अपनी बाढ़ से प्रभावित करती है। इसके अतिरिक्त राप्ती, गंडक, चंदन, छोटी गंडक, घोघी और झरही, घोघी जैसी नदियों का उफान व महाव, पवह, खेखड़ा, मौन और बलिया जैसे पांच प्रमुख नालों का सैलाब 71 गांवों को हर साल जलमग्न करता है। जिला प्रशासन ने बाढ़ से निपटने के लिए तैयारियों का दावा किया है, फिर भी बीते वर्षों के अनुभव बताते हैं कि जब भी नेपाल के पहाड़ों पर मानसूनी बारिश शुरू हो जाती है तब तब जिले में तबाही मचती है। जिला प्रशासन के आंकड़े भी बताते हैं कि जिले में बाढ़ से 274 गांव प्रभावित होते ...
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