सीवान, जनवरी 28 -- सीवान, हिन्दुस्तान प्रतिनिधि। एक तरफ प्रदेश में शराबबंदी से सरकार को मिलने वाले एक भारी राजस्व का आना बंद हो गया। वहीं अन्य कई विभाग ऐसे हैं जहां से इस राजस्व की पूर्ति को लेकर सरकार काफी प्रयास कर रही है। उसमें एक बालू खनन भी शामिल है। लेकिन विडंबना यह है कि जिले में आठ उजला बालू के घाट है। लेकिन, इसके कोई खरीदार ही नहीं मिल रहे हैं। ऐसे में खनन विभाग को एक करोड़ 44 लाख रुपये का घाटा हो रहा है। जो कहीं न कहीं सरकारी खजाना को भी प्रभावित कर रहा है। गौर करने वाली बात है कि जिले के गुठनी, दरौली, सिसवन, रघुनाथपुर, आंदर आदि प्रखंडों में सरयू एवं घाघरा नदी तट पर उजला बालू के 8 घाट हैं। जिसकी बंदोबस्ती 2019-20 के बाद से अब तक नहीं हो पाई। इससे विभाग को करोड़ों रुपये की क्षति हो रही है। विभाग ने पिछले साल टेंडर निकाला। लेकिन क...