अमरोहा, अक्टूबर 2 -- बुधवार को शारदीय नवरात्र की दुर्गा नवमी तिथि पर सुबह से ही श्रद्धालुओं ने कन्याओं को अपने घर बुलाकर चरण धोने के साथ ही पूजा-अर्चना की। कन्याओं को हलवा, पूरी, चने सहित अन्य पकवान का भोग लगाकर आशीर्वाद लिया। कन्याओं को विभिन्न प्रकार के उपहार भी दिए। इसके साथ ही नवमी पर मां दुर्गा के स्वरूप सिद्धिदात्री की आराधना की गई। मां सिद्धिदात्री की पूजा अर्चना के साथ ही शारदीय नवरात्रि का विधिवत समापन हुआ। स्थानीय ज्योतिषाचार्य पंडित आशुतोष त्रिवेदी ने बताया कि शारदीय नवरात्र में दो दिन बहुत ही खास माने जाते हैं। पहली अष्टमी तिथि व दूसरी नवमी तिथि। इसीलिए इन्हें महाअष्टमी व महानवमी कहते हैं। महाअष्टमी तिथि के दिन नवदुर्गा के आठवें स्वरूप माता महागौरी की पूजी की जाती है। साथ ही महानवमी के दिन मां सिद्धिदात्री की उपासना की जाती है...