भदोही, अप्रैल 27 -- ज्ञानपुर, संवाददाता। जिले में इस वर्ष करीब दस हजार हेक्टेयर में मोटा अनाज की खेती होगी। इसमें प्रमुख रुप से सावां व रागी संग ज्वर, बाजरा व मक्का शामिल है। कृषि विभाग द्वारा किसानों को सावां व रागी की खेती के प्रति जागरुक भी किया जा रहा है। दोनों फसल कम समय में कृषकों को ज्यादा मुनाफा देगी। क्योंकि यह फसल मात्र साठ दिन में तैयार हो जाता है। उप कृषि निदेशक डा. अश्वनी कुमार सिंह ने बताया कि खेती-बाड़ी को लेकर किसान सीधे कृषि वैज्ञानिकों से संपर्क कर सकेंगे। सावां व कोदो लुप्तप्राय हो रहे अनाज हैं। आधुनिक पीढ़ी के अधिकांश लोगों को तो इन फसलों का नाम तक याद नहीं होंगे। खूबियां तो दूर की बात है। कहने को तो यह मोटे अनाज हैं पर खरे हैं, वह भी हर लिहाज से। बात चाहे पोषक तत्व की हो। बताया कि कोदो में चावल से तीन गुना अधिक कैल्सियम...