मधुबनी, सितम्बर 15 -- मधुबनी, एक संवाददाता। जिले में थैलीसीमिया के मरीजों की संख्या 65 से 75 के बीच पुहंच गयी है। इन मरीजों को नियमित अंतराल पर रक्त की आवश्यकता होती है, लेकिन रक्त की कमी के कारण उन्हें गंभीर परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। कई बार समय पर रक्त उपलब्ध नहीं होने से उनकी हालत बिगड़ जाती है। विशेषज्ञ चिकित्सकों का कहना है कि नवविवाहित जोड़े यदि थैलीसीमिया की जांच करवा लें और समय पर दवाइयां लें तो उनके नवजात शिशु को खून की कमी जैसी बीमारी का सामना नहीं करना पड़ेगा। इससे थैलीसीमिया जैसी गंभीर समस्या से बचाव संभव है। मरीजों की जरूरत को देखते हुए जिले में 13 जगहों पर रक्तदान शिविर आयोजित किए जाएंगे। स्वास्थ्य विभाग और सामाजिक संगठन इस अभियान को सफल बनाने में जुट गए हैं।

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