संतकबीरनगर, अक्टूबर 24 -- हिन्दुस्तान टीम, संतकबीरनगर। वैसे पोलियो उन्मूलन के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन हमेशा प्रयासरत रहा। इसके साथ ही कुछ सामाजिक लोग व स्वयं सेवी संस्थाएं भी जिले को पोलियो मुक्त करने में महती भूमिका निभाई हैं। इसका परिणाम है कि जिला पूरी तरह से पोलियो मुक्त हो गया है। पिछले डेढ़ दशक में जिले में कोई भी मरीज नहीं मिला है। स्वास्थ्य विभाग हर नवजात को पोलियो की खुराक निशुल्क पिलाता है। इतना ही नहीं एएनएम व आशा कार्यकर्ता घर- घर जाकर यह खुराक पिलाती हैं। पोलियो के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए हर वर्ष 24 अक्तूबर को विश्व पोलियो दिवस मनाया जाता है। पहले लोग पोलियो को एक सामान्य संक्रामक बीमारी के रूप में जानते थे, इस कारण हजारों बच्चों को बीमारी ने अपने चपेट में लिया और वे शारिरिक रूप से दुर्बल हो गए। इसके बाद सरकार ने अभ...