मिर्जापुर, अगस्त 9 -- मिर्जापुर, संवाददाता। जिले में गंगा का जलस्तर अब चेतावनी बिंदु से 87 सेमी नीचे आ गया है। अब बाढ़ प्रभावित गांवों से पानी लौटने लगा है। वहीं बीते एक सप्ताह से बाढ़ के पानी में फसलों और खर-पतवार के डूबे होने से सड़न उत्पन्न हो गया है। इससे गांवों में संक्रामक रोग फैलने की संभावना बढ़ गई है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि तत्काल ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव नहीं कराया गया तो गांव में संक्रामक बीमारी फैल सकती है। जिले में बीते तीन दिनों से घट रहा गंगा का जलस्तर शुक्रवार को भी पांच सेमी प्रति घंटे की दर से घटाव पर रहा। शुक्रवार की शाम गंगा का जलस्तर 75.850 मीटर रिकार्ड किया गया। गंगा का जलस्तर चेतावनी बिंदु से 87 सेमी नीचे आ जाने से बाढ़ प्रभावित कोन, मझवां, सीखड़, छानबे, पहाड़ी और नरायनपुर ब्लाकों के करीब दो सौ गांवों के लोगों...