बांका, सितम्बर 4 -- बांका, निज प्रतिनिधि। जिले में लगातार कुपोषण का दायरा बढता जा रहा है। यहां गरीबी के आंचल में कुपोषण पनप रहा है। यहां 7.21 फीसदी बच्चे कुपोषण और 4.18 बच्चे अति-कुपोषण के शिकार हैं। यानी जिले का हर सातवां बच्चा कुपोषित है। अभी यहां 17 हजार 684 बच्चे कुपोषण के शिकार हैं। इसमें 11 हजार 193 बच्चे कुपोषित हैं। जबकि 6491 बच्चे अतिकुपोषित हैं। ये आंकडा क्षेत्र में संचालित 2341 आंगनबाडी केंद्रों में नामांकित 93 हजार 640 बच्चों के आधार पर तय किया गया है। जबकि इसके अलावे भी यहां सैकडों बच्चे कुपोषण के शिकार हैं। जिनका नाम सरकार की सूची में दर्ज नहीं है। यहां कुपोषण के शिकार हो रहे बच्चों की सबसे बडी वजह गरीबी है। यहां के 0 से 6 वर्ष आयु वर्ग वाले बच्चों को संतुलित भोजन नहीं मिलने से वे कुपोषण के शिकार हो रहे हैं। जिसमें नाटापन और...